नई दिल्ली, 5 अक्टूबर। सिनेमा और टेलीविजन पर कुछ पात्र ऐसे होते हैं, जो दर्शकों के दिलों में एक खास जगह बना लेते हैं। ऐसे ही किरदारों में रामानंद सागर के प्रसिद्ध शो 'रामायण' में भगवान राम और माता सीता का किरदार निभाने वाले अरुण गोविल और दीपिका चिखलिया शामिल हैं।
इन दोनों सितारों को आज भी लोग राम और सीता के रूप में ही पहचानते हैं। लेकिन, 'रामायण' में रावण का किरदार निभाने वाले अरविंद त्रिवेदी की जिंदगी इस भूमिका के बाद पूरी तरह बदल गई।
अरविंद त्रिवेदी की पुण्यतिथि 6 अक्टूबर को है। उनका निधन 2021 में हार्ट अटैक के कारण हुआ था, लेकिन उनके द्वारा निभाया गया रावण का किरदार आज भी लोगों के दिलों में जीवित है। अरविंद ने 'रामायण' से पहले भी कई टीवी शो और फिल्मों में काम किया था। उन्होंने फिल्म 'हम तेरे आशिक हैं' और टीवी शो 'विक्रम और बेताल' में भी अभिनय किया। इसी दौरान उनकी मुलाकात प्रेम सागर से हुई, जो रामानंद सागर के बेटे थे।
अरविंद ने एक बार लॉकडाउन के दौरान दिए गए इंटरव्यू में बताया था कि उन्होंने पहले नाविक (केवट) के किरदार के लिए ऑडिशन दिया था, लेकिन उनके चलने के तरीके को देखकर उन्हें रावण का रोल ऑफर किया गया। उन्होंने इस किरदार के लिए काफी मेहनत की थी, जिसमें हिंदी डायलॉग का सही उच्चारण और फिटनेस बनाए रखना शामिल था।
शूटिंग से पहले, वह शिव जी की आराधना करते थे और अपने डायलॉग के लिए भगवान से माफी मांगते थे। यह सब दर्शाता है कि उन्होंने अपने किरदार को परफेक्ट बनाने के लिए कितनी मेहनत की।
काम के मोर्चे पर, अरविंद त्रिवेदी को आखिरी बार 1989 में आए टीवी शो 'विश्वामित्र' में देखा गया था, जहां उन्होंने सत्यव्रता त्रिशंकु का किरदार निभाया। इसके अलावा, उन्होंने कई गुजराती फिल्मों और धारावाहिकों में भी काम किया।
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